मानव को तीन तापों से मुक्ति दिलाती है भगवान श्री कृष्ण की कथाः युवाचार्य संत विवेक मुनि

 मानव को तीन तापों से मुक्ति दिलाती है भगवान श्री कृष्ण की कथाः युवाचार्य संत विवेक             मुनि                       



         
      कबीर साईं मंदिर में श्री कृष्ण कथा प्रारंभ


पटना -कबीर पंथी आश्रम मीठापुर के कबीर साई मन्दिर प्रांगण में मंहथ श्री ब्रजेश मुनि महाराज जी के पावन सानिध्य में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर श्रीकृष्ण लीला कथा का मंगलाचरण करते हुए, युवाचार्य संत विवेक मुनि महाराज ने श्रीमद भागवत के प्रथम श्लोक सच्चिदानन्दरुपाय विश्वोत्पत्यादि हेतवे, तापत्रय विनाशाय श्रीकृष्णाय वय नुमः गाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तापों से मुक्ति दिलाती है। ऐसे मुक्तिदाता भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है। भगवान श्रीकृष्ण के अवतार का प्रयोजन बताते हुए विवेक मुनि ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की उक्ति है। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थ विनाशय संभवामि युगे युगे ।। साधु सज्जन जनों की आसुरी शक्तियों की त्रास से, त्राण दिलाने के लिए दुष्ट कर्म करने वाले, दुष्टो का नाश करने के

लिए श्री हरि, हर युग में अवतार ग्रहण करते हैं। अन्य अवतार और कृष्णा अवतार में अंतर यह है कि अन्य सभी अवतार अपने अपने गुणों के साथ अवतार ग्रहण किया। भगवान श्री कृष्ण ही एक मात्र पुर्ण अवतार हुआ है। जो १६ कला संपन्न है। भगवान श्रीकृष्ण वर्तमान, देश, काल और परिस्थिति मे मानव मात्र के लिए जीवनोपयोगी हो गया है, भगवान श्रीकृष्ण का उपदेश। इस अवसर पर संत अशोक दास , डॉ इंद्रजीत कुमार , चंदन सर, संत महेश मुनि , संत कौशल मुनि, बाल संत आयुष कुमार, बाल संत रामदास आदि भक्त हंस जनों की उपस्थिति थी कार्यक्रम के अंत में भागवत जी की आरती कर, प्रसाद वितरण किया गया। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ट्रक ने रौंदा तीन वाइक सवार की मौत

फतुहा का युवक चौराहे पर अपना जान टैक्टर के नीचे गंवा बैठा,

किसान सलाहकार निकला मास्टरमाइंड तीन कट्टा 114 कारतूस बरामद