फतुहा में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत सीवेज ट्रिटमेन्ट प्लांट का पीएम मोदी ने सीवान से किया उद्वघाटन।
फतुहा में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत
सीवेज ट्रिटमेन्ट प्लांट का पीएम मोदी ने सीवान से किया उद्वघाटन।
यूथ एजेंडा से रघुवीर की रिपोर्टर
■ एनडीए कार्यकर्ताओं ने
शिलापट्ट का फीता काटकर उद्वघाटन किया।
फतुहा।शहर के गढोचक में शुक्रवार नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत 49.21 करोड़ के लागत बने
सीवेज ट्रिटमेन्ट प्लांट का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीवान से रिमोट कंटोल के माध्यम से उद्वघाटन किया।उसके बाद लोजपा जिलाध्यक्ष रंजीत यादव,भाजपा फतुहा नगर अध्यक्ष श्याम सुंदर केशरी,भाजपा नेता विजय वत्स, मुन्ना सिंह,अरविन्द यादव,भास्कर लाल पटवा,डा०मनीषा कुमारी,पिंकी साहु,अंजु मिश्रा,लोजपा नगर अध्यक्ष अनिल चंद्रवंशी ने शिलापट्ट का फीता काटकर उद्वघाटन किया।
सभी ने एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रधानमंत्री के संबोधन को देखा और सुना, जो इस परियोजना के महत्व को रेखांकित करता है।
कार्यक्रम में फतुहा विधायक डा०रामानंद यादव ने भी अपने सर्मथकों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुचकर सीवेज ट्रिटमेन्ट प्लांट का
का निरीक्षण कर बूडको केअधिकारियों से परियोजना के कार्यों की जानकारी ली।लेकिन उद्वघाटन से पूर्व चल दिए।मौके पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विनय कुमार, सिटी मैनेजर गौरव कुमार, प्लांट के मैनेजर ब्रिजेश गोस्वामी, वॉड पार्षद दीपक कुमार,ठाकुर प्रसाद तांती,अजीत चंद्रवंशी, हैबी यादव,लक्ष्मण साहु राजद के नगर अध्यक्ष डा०दयानंद यादव,अरविंद यादव,भोला सिंह,धर्मवीर यादव,राम प्रसाद यादव,नागेंद्र राय समेत कर्ई मौजूद थे।
सीवेज ट्रिटमेन्ट प्लांट का की कार्य और फायदे -----
प्लांट के मैनेजर ब्रिजेश गोस्वामी ने बताया कि यह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट अत्याधुनिक मशीनों से लैस है, जो शहर के गंदे पानी को पूरी तरह से साफ कर नदियों में छोड़ेगा। उन्होंने बताया कि प्लांट की प्रक्रिया में पहले गंदे पानी को बड़े कणों और ठोस पदार्थों से मुक्त किया जाता है। इसके बाद पानी को एक टैंक में संग्रहित किया जाता है, जहाँ ठोस पदार्थ नीचे बैठ जाते हैं और तरल पदार्थ ऊपर तैरने लगते हैं। तीसरे चरण में, तरल पदार्थ को एक जैविक प्रक्रिया से गुजारा जाता है, जिसमें माइक्रोबियल गतिविधि का उपयोग कर हानिकारक पदार्थों को तोड़ा जाता है। अंत में, पानी को अत्यधिक साफ करने के लिए फिल्टरेशन प्रक्रिया से गुजारा जाता है और फिर नदियों में छोड़ा जाता है. यह सुनिश्चित करेगा कि नदियों में केवल उपचारित और स्वच्छ पानी ही जाए, जिससे उनका प्रदूषण स्तर कम होगा और जलीय जीवन को भी लाभ मिलेगा।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट केवल जल प्रदूषण को कम करने का एक साधन नहीं है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करने में भी एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा है। प्रदूषित नदियों का पानी न केवल पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचाता है, बल्कि विभिन्न जलजनित बीमारियों का कारण भी बनता है. इस प्लांट के माध्यम से नदियों के पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।यह प्लांट, जो अगले एक-दो महीनों में पूरी तरह से कार्यशील हो जाएगा, गंगा और पुनपुन जैसी नदियों को प्रदूषण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें