माँ की प्रतिमाओं के पट खुले, नाटकों के मंचन की तैयारी
माँ की प्रतिमाओं के पट खुले, नाटकों के मंचन की तैयारी
यूथ एजेंडा की रिपोर्ट
दनियावां(पटना).दनियावां बाजार, सरथुआ,शाहजहांपुर,तोप समेत प्रखंड के कई जगह सप्तमी सोमवार को अहले सुबह माँ दुर्गा और मां काली की प्रतिमाओं के पट खुल गए। प्रतिमाओं के समीप श्रद्धालु नर-नारी भक्तिमय माहौल में पूजा पाठ में तल्लीन दिखे। दनियावां बाजार में आयोजन समिति के जगमोहन यादव ने बताया कि दुर्गा मंदिर के पास आकर्षक पंडाल में प्रकाश और ध्वनि की सुंदर व्यवस्था की गई है।वहीं,सरथुआ और तोप गांव में ग्रामीण कलाकारों के द्वारा अष्टमी, नवमी और विजयादशमी की रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत नाटकों का मंचन किया जाएगा।माँ काली पूजा समिति,सरथुआ के अनिल कुमार प्रेमी,मुन्ना कुमार,रामनिरंजन प्रसाद,मंटू कुमार,मुकेश कुमार,पप्पू कुमार,बमशंकर कुमार,संतोष रंजन,ई0 विक्कू,अम्बर पटेल,रितेश कुमार,टीपू व अन्य ने बताया कि सामाजिक,राष्ट्रीय भावना और ऐतिहासिकता को समेटे नाटक राखी, शहीदों की धरती और कलिंग विजय का मंचन किया जाएगा।1980 के दशक से ही इन दोनों गांव में रंगमंच से नाटकों के मंचन की परंपरा चलते आ रही है।तोप गांव के दुर्गा पूजा समिति के कृष्ण प्रसाद,संजय कुमार,राजकमल,रंजीत कुमार व अन्य ने बताया कि यहां के मंच से गुनाहों के देवता,बागी सेनापति और अमर सिंह राठौड़ नाटकों का मंचन होगा।उपरोक्त सभी नाटकों के नाटककार ख्यातिप्राप्त नाम चतुर्भुज और बी पी राजेश जैसे लेखक हैं,जिन्होंने नाट्य लेखन में बिहार और हिंदी प्रदेशों में अपनी छाप छोड़ी है।
जय माता काली,जय माता दुर्गा, जय माता सरस्वती, जय माँ लक्ष्मी!💐💐
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