किसानों के दशा एवं दिशा पर सेमिनार
किसानों के दशा एवं दिशा पर सेमिनार
यूथ एजेंडा की रिपोर्ट
पटना- प्रेम यूथ फाउंडेशन ने किसान दिवस के अवसर पर गोविंदपुर , ख़ुशरूपुर,पटना में भव्य किसान दिवस का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय किसानों के वर्तमान हालात, उनके समृद्ध भविष्य और सरकार द्वारा किसानों के पक्ष में किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा करना था। इस अवसर पर किसानों की प्रमुख विषय भारतीय किसानों के मौजूदा हालात,सरकार द्वारा किसानों के लिए उठाए गए कदम और उनकी सीमाएँ,किसानों के हित में उठाए जाने वाले आवश्यक कदम आदि पर विस्तृत चर्चा हुई !
प् फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने कहा "भारत का किसान आज भी अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। छोटी जोत, बढ़ती लागत, प्राकृतिक आपदाएँ और बाज़ार की अस्थिरता ने किसानों के जीवन को कठिन बना दिया है। हालांकि, सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की हैं, लेकिन यह प्रयास पर्याप्त नहीं हैं। हमें किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने, उन्नत तकनीक तक उनकी पहुँच सुनिश्चित करने और कृषि को सतत एवं लाभदायक बनाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।"
उन्होंने ने किसानों के पक्ष में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी , सभी फसलों के लिए MSP सुनिश्चित करना , किसानों की उन्नत तकनीक तक पहुँच सुनिश्चित करना और किसानों को ड्रोन, सेंसर, और डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकें उपलब्ध कराना , कृषि शिक्षा और प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करना तथा वैज्ञानिक खेती के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाना,
फसल विविधीकरण का प्रयास करना तथा केवल धान और गेहूँ पर निर्भरता कम करना , बाजार सुधार करना तथा किसानों को बिचौलियों से मुक्त करने और सीधी बिक्री की व्यवस्था , ऋण माफी और ब्याज मुक्त ऋण करना और किसानों पर ऋण का बोझ कम करना , जलवायु-लचीली कृषि की व्यवस्था करना और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सतत खेती को बढ़ावा।
सामाजिक सुरक्षा की व्यवस्था करना और किसानों और उनके परिवारों के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएँ आदि प्रारंभ करने की मांग की !
प्रेम यूथ फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष गांधीवादी प्रेम कुमार जी ने अपील करते हुए कहा कि "हम सरकार, निजी संगठनों और समाज से अपील करते हैं कि वे मिलकर किसानों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठाएँ। अगर किसान खुशहाल होगा, तो देश भी प्रगति करेगा।"
वहीं हमारा भारत हमारा भविष्य के प्रेसिडेंट एमडी आसिफ ने कहा कि "किसान देश की रीढ़ हैं, लेकिन आज भी उनकी समस्याओं को प्राथमिकता नहीं मिल रही। सरकार ने किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, और सिंचाई परियोजनाओं जैसी योजनाएँ शुरू की हैं, लेकिन इनका क्रियान्वयन और प्रभाव बहुत सीमित है। हमें किसानों के लिए एक ऐसी व्यवस्था बनानी होगी, जहाँ उन्हें सही दाम, सही संसाधन और सम्मानजनक जीवन मिल सके।"
एमडी आसिफ ने कहा "किसानों के सशक्तिकरण के बिना भारत का भविष्य अधूरा है। प्रेम यूथ फाउंडेशन किसानों के हित में हमेशा काम करता रहेगा।" प्रेम यूथ फाउंडेशन सभी मीडिया संस्थानों और नागरिकों से अनुरोध करता है कि वे इस महत्वपूर्ण चर्चा में भाग लें और किसानों के कल्याण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएँ। हम सब मिलकर भारतीय किसानों का भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं।
इस अवसर पर दिलीप कुमार , गोपी कुमार , देवानंद कुमार, सुनील कुमार, गुंजन कुमार , रूपक कुमार ने भी अपना विचार प्रकट किया
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