सड़क सुरक्षा को लेकर डीएम ने दिया निर्देश

सड़क सुरक्षा को लेकर डीएम ने दिया निर्देश 


यूथ एजेंडा की रिपोर्ट

जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा एक सामूहिक और साझा जिम्मेदारी है।यातायात नियमों के अनुपालन के साथ हमेशा सड़क शिष्टाचार का पालन करें। पैदल चलने वालों और साइकिल चालकों का सम्मान करें। एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों के लिए रास्ता दें और जीवन बचाने में मदद करें। 


प्रतिस्पर्धा की भावना से गाड़ी न चलाएँ। जितनी जल्दी होगी, उतनी ही सुरक्षा कम होगी। गति सीमा से ज़्यादा तेज रफ़्तार से गाड़ी न चलाएँ। निर्धारित वज़न सीमा से ज़्यादा गाड़ी में भार न रखें। 


गाड़ी चलाते समय अति-आत्मविश्वास न रखें। इससे सड़क पर बेवजह जोखिम उठाना पड़ सकता है।अन्य वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।सभी प्रकार के विचलित ड्राइविंग (distracted driving) और सड़क पर क्रोध (road rage) से बचें। ड्राइविंग करते समय आपको पूरा फ़ोकस्ड रहना चाहिए। विचलित होने से बचने का सबसे अच्छा तरीका है ध्यान केंद्रित रखना: अपने हाथों को स्टीयरिंग पर और अपनी आँखों को सड़क पर केंद्रित रखना। गाड़ी चलाते समय अपने फ़ोन को "डू नॉट डिस्टर्ब" पर सेट करें और रिंगर बंद कर दें।


ज़िलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा के पाँच मुख्य घटक हैंः- सुरक्षित यातायात व्यवहार, दुर्घटना-पश्चात देख-भाल, सड़क सुरक्षा प्रबंधन, सुरक्षित सड़क निर्माण तथा सुरक्षित वाहन निर्माण। हम सबको इसे सुनिश्चित करना चाहिए।


सड़क सुरक्षा के बारे मंे नागरिकों को समुचित जानकारी देकर तथा आम जनता के द्वारा इसका अनुपालन कर दुर्घटनाओं की विभीषिकाओं को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।


सड़क पर घायल व्यक्ति के प्रति हम सबको मानवीय दृष्टिकोण रखना चाहिए। संवेदनशीलता के आधार पर गोल्डेन आवर में उन्हें सहायता पहुँचा कर उनकी जान बचायी जा सकती है। दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करने वाले गुड सेमेरिटन को जिला प्रशासन द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है।


बच्चे एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति सड़क सुरक्षा अभियान में ब्रैण्ड एम्बेसडर की भूमिका निभा रहे हैं। वे सभी अपने-अपने परिवार, समाज, सम्पर्क के सभी लोगों, विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा सार्वजनिक स्थलों पर यातायात एवं सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करते हैं तथा उन्हें नियमों एवं प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करते हैं।


दुर्घटना के मुख्य कारणों में जानकारी का अभाव न होकर इसका अनुपालन नहीं किया जाना है। लोगों के बीच सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी है, परन्तु कुछ लोग लापरवाह हैं एवं इसका अनुपालन नहीं करते हैं, फलस्वरूप दुर्घटना घटती है। हम सबको सड़क दुर्घटना के दुष्परिणामों के संबंध में सोचने की जरूरत है। अपने जीवन के साथ-साथ दूसरे के जीवन को भी लापरवाह लोग खतरे में डालते हैं।


सड़क सुरक्षा के लिए सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) को प्रतिबद्ध रहना होगा। बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन, बिना सीट बेल्ट बांधे चारपहिया वाहन तथा वाहन चलाते समय मोबाईल फोन का उपयोग नहीं करने के प्रति सभी को दृढ़-संकल्पित होना पड़ेगा।

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