राष्ट्रीय युवा दिवस सप्ताह का समापन
राष्ट्रीय युवा दिवस सप्ताह का समापन
यूथ एजेंडा की रिपोर्ट
पटना- प्रेम यूथ फाउंडेशन की ओर से राष्ट्रीय युवा दिवस सप्ताह का समापन युवा आवास पटना में किया गया । सप्ताह भर खेल कूद, संस्कृति कार्यक्रम, स्वच्छता , श्रम संस्कार, हस्तकला , शांति शिविर, वस्त्र वितरण किया गया । समापन के मौके पर फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने कहा कि आज हम सभी एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं, जहां हमारे पास न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन को संवारने का अवसर है, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी योगदान देने की जिम्मेदारी है। स्वामी विवेकानंद जी ने हमारे जीवन में जो प्रेरणा और दिशा दी है, वह आज भी हमारे अंदर की शक्ति को जागृत करती है। उनकी वाणी हमें यह समझाती है कि युवा शक्ति ही समाज और राष्ट्र के परिवर्तन का आधार है।
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था, "उत्तम व्यक्ति वही है जो अपने जीवन को लक्ष्य और उद्देश्य के साथ जीता है।" यह शब्द आज के समय में भी उतने ही प्रासंगिक हैं। हमारे जीवन का उद्देश्य केवल अपने व्यक्तिगत लाभ की चिंता करना नहीं होना चाहिए, बल्कि हमें समाज की सेवा और राष्ट्र के उत्थान की दिशा में भी अपने प्रयासों को लगाना चाहिए। हमारे भीतर की शक्ति और ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग ही हमें सही मार्ग पर ले जाएगा।वे यह भी कहते हैं, "उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।" आज जब हम समाज में हो रहे बदलाव को देख रहे हैं, तो हमें आत्मविश्वास और साहस से भरे हुए कदमों की आवश्यकता है। कोई भी कठिनाई हो, हमें उसे पार करने के लिए पूरी ताकत से जुटना होगा। हमारे पास वह क्षमता है, जो किसी भी चुनौती को मात दे सकती है। आत्मविश्वास से हम अपने सपनों को हकीकत बना सकते हैं।
स्वामी विवेकानंद जी ने शारीरिक और मानसिक संतुलन की भी बात की थी। उनका कहना था, "एक मजबूत शरीर में ही एक मजबूत आत्मा का वास होता है।" यदि हम शारीरिक रूप से स्वस्थ होंगे, तो मानसिक रूप से भी मजबूत होंगे और जीवन की कठिनाइयों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहेंगे। यह हम सभी के लिए आवश्यक है कि हम अपनी शारीरिक शक्ति और मानसिक दृढ़ता को एक साथ विकसित करें।
आप सभी युवाओं से मैं यही कहना चाहता हूं कि शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति की ओर हमेशा अग्रसर रहें। स्वामी विवेकानंद जी के शब्दों में, "ज्ञान से ही शक्ति आती है।" यदि हम अपनी सोच को सकारात्मक और सृजनात्मक दिशा में लगाते हैं, तो हम न केवल अपने लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक नया रास्ता तैयार कर सकते हैं। आज के युवा ही कल देश का नेतृत्व करेंगे, और यह कार्य तभी संभव है जब हम स्वयं को पूरी तरह से समर्पित कर दें।
आखिरकार, स्वामी विवेकानंद जी ने यह भी कहा था, "तुम्हें अपनी शक्ति का उपयोग समाज की भलाई के लिए करना चाहिए।" युवाओं को समाज की जिम्मेदारी समझनी चाहिए और अपनी ऊर्जा को समाज के कल्याण में लगानी चाहिए। आज के युवा ही कल भारत को एक नया और समृद्ध राष्ट्र बना सकते हैं। हमारे पास शक्ति है, साहस है, और सबसे महत्वपूर्ण, एक दृढ़ विश्वास है कि हम अपने प्रयासों से समाज में परिवर्तन ला सकते हैं।
आइए हम सभी मिलकर एक नए भारत की रचना करें, जहां युवा शक्ति का सही उपयोग समाज और राष्ट्र के विकास के लिए हो। प्रेम यूथ फाउंडेशन आपके साथ है, और हम सब मिलकर अपने महान राष्ट्र को महान बनाएंगे । मौके पर फाउंडेशन के निदेशक देवानंद कुमार, जया पाठक, स्नेहा , दुर्गा, दिव्या, सन्नी समेत दर्जनों स्वयंसेवक मौजूद रहे ।
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