हिंसा और अत्याचार रोकने के लिए परशुराम का जन्म हुआ - जीवेश कुमार
जगत कल्याण के लिए परशुराम ने परशु उठाया - सम्राट चौधरी
हिंसा और अत्याचार रोकने के लिए परशुराम का जन्म हुआ - जीवेश कुमार
यूथ एजेंडा
रिपोर्ट अनमोल कुमार
मोकामा ( पटना) । राजकीय बाबा परशुराम जन्मोत्सव समारोह का उद्घाटन करते हुए बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री, सम्राट चौधरी ने कहा कि जगत कल्याण के लिए भगवान परशुराम ने परशु उठाया था। उन्होंने कहा कि पहले परशुराम का नाम राम था, जब पृथ्वी पर सहस्त्रार्जुन का अत्याचार बढने लगा, तो देवाधिदेव भगवान शंकर ने परशुराम को परशु नाम अस्त्र प्रदान किया और राम से परशुराम बनकर 21 बार पृथ्वी क़ो अत्याचारियों से मुक्त कराया परशुराम ने। उन्होंने कहा कि मोकामा का बच्चा बच्चा परशुराम है जो अत्याचार और अन्याय बर्दास्त नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि फूलगामा के आतंकवादियों को कभी भी बख्शा नहीं जाएगा। यशस्वी प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी आतंकवाद को खत्म करके ही दम लेंगे।
बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास मंत्री, जिवेश कुमार ने कहा कि हिंसा और अत्याचार रोकने के लिए ही भगवान बिष्णु छठे अवतार के रूप में धरती पर आए। उन्होंने कहा कि परशुराम पितृभक्त थे, जिसने पिता ऋषि जन्मदग्नि के कहने पर मां रेणुका का सर धर से अलग कर दिया, परन्तु जब पिता ने खुश होकर वरदान मांगने के लिए कहा, तो परशुराम ने माता को पुर्नजीवित करने, माँ के हत्या से इन्कार करने वाले पांचों भाईयों का विवेक वापस करने और स्वयं के अमरता का वरदान मांगा। उन्होंने कहा कि मोकामा वीरों की धरती है।
भाजपा नेता, नलिनी रंजन उर्फ ललन सिंह, मोकामा नगर परिषद् के सभापति नीलेश कुमार, नगर परिषद के ब्राण्ड एम्बेसडर, कुमार छितेन्द्र सिंह भूपेश, बाबा परशुराम सेवा समिति के कुमकुम सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किया। बाबा परशुराम जन्मोत्सव समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। आगत अतिथियों का शानदार स्वागत किया गया।
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