अधिवक्ता समाज के अगुआ बनें- न्यायमूर्ति
अधिवक्ता समाज के अगुआ बनें- न्यायमूर्ति
यूथ एजेंडा की रिपोर्ट
मुज्जफरपुर -अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति के 8वें राष्ट्रीय महाधिवेशन का आयोजन समाहरणालय के सभागार मुजफ्फरपुर में किया गया । उद्घाटन कर्ता एवं मुख्यातिथि न्यायमूर्ति अनिल कुमार सिन्हा पटना उच्च न्यायालय ने दीप प्रज्वलित कर किया । उन्होंने अधिवक्ताओ से आह्वान किया कि समाज के अगुआ बने । वही अधिवेशन को सम्बोधित करते हुये समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मनाथ प्रसाद यादव ने बताया कि समिति ने न्याय पाने बाले,न्याय दिलाने बाले और न्याय करने बाले को एक मंच पर स्थान दिया है । नपरिचर्चा का मुख्य विषय सभ्य समाज के निर्माण में अधिवक्ताओं एवं विधि की भूमिका है। अन्यान्य विषयों में अधिवक्ताओं की शीर्ष संस्था के गतिविधियों की समीक्षा एवं अधिवक्ताओं के विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करना है। साथ ही समिति के गतिविधियों की समीक्षा भविष्य की रणनीति एवं समिति के तीनों कोषांगों के समस्याओं के समाधान का पहल करना उदेश्य है। विदित हो कि अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति सन् 2016 से न्याय देने वाले, न्याय पाने वाले एवं न्याय दिलाने वालो के लिए अनवरत संघर्ष करती रही है। प्रेसवार्ता को सम्बोधित करने वालो में न्यायाधीश कोषांग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश दामोदर प्रसाद ने कहा कि न्यायालय में वर्षों से लमवित मुकदमे है न्यायालय और न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है ।वहीँ न्यायार्थ कोषांग के अध्यक्ष गांधीवादी प्रेम जी ने कहा कि न्यायालय में न्याय के बदले सिर्फ तारीख पर तारीख मिलता है न्याय पाने के लिए न्यायर्थी वर्षों तक न्यायालय के चक्कर लगाकर थक जाते है ।न्यायालय न्याय पाने बालो के लिए उचित व्यवस्था हो शौचालय,प्रतीक्षा गृह, कैंटिंग की व्यवस्था की जाए । न्यायालय में सुनवाई एवं फैसला हिंदी में हो । न्याय मिलने की समय सीमा का निर्धारण हो । आम लोगो को विधि जागरूकता किया जाए, डिजिटल पेशी की व्यवस्था, लोक अदातल को और मजबूत बनाया जाए । जमानत की प्रक्रिया सरल हो, विशेष अदालत बनाया जाए, न्याय की प्रक्रिया काफी जटील है। मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह , अधिवक्ता रणविजय सिंह, कुलदीप दुवे ,नरेंद्र यादव,डॉ मसुदन यादव स्वेता ,आर्यन रंजन समेत देश भर से अधिवक्ता ने भाग लिया ।
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