बैंक प्रबंधक की मनमानी से ग्राहक परेशान*
*बैंक प्रबंधक की मनमानी से ग्राहक परेशान*
यूथ एजेंडा की रिपोर्ट
एस एन श्याम/अनमोल कुमार
पटना। राजधानी पटना के कॉलेज आफ कामर्स स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया की महिला प्रबंधक द्वारा ग्राहकों के साथ दुर्व्यवहार और उनके मनमानी से बैंक के खाताधारी काफी परेशान है। गौर तलब है कि इस बैंक की शाखा में पूरी तरह महिलाओं का साम्राज्य है और महिला कर्मचारी द्वारा ही इस शाखा को संचालित किया जाता है। बावजूद इसके महिला प्रबंधक महिलाओं की व्यथा को नहीं समझती। इतना ही नहीं बीमार, अस्वस्थ और दिव्यांग ग्राहकों के भी यहां घोर उपेक्षा की जाती है।
कॉलेज ऑफ कॉमर्स के सहायक जय प्रकाश भरतुआर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पत्नी श्रीमती मंजू सिंहा कई वर्षों से काफी बीमार है। चलने फिरने में असमर्थ है। बैंक को इसकी जानकारी और प्रमाण देने के बाद भी बैंक प्रबंधक द्वारा उक्त महिला ग्राहक मंजू सिंहा का के वाई सी नहीं किया जा रहा है। मंजू सिंहा का पुत्र जो बीएसएफ में तैनात है की 2 महीने बाद शादी है। इसके लिए श्रीमती सिंहा द्वारा बैंक में रकम निकासी करना है। लेकिन अपनी मनमानी पर उतारू महिला बैंक प्रबंधक का कहना है कि केवाईसी के लिए मंजू सिंह को खुद बैंक आना पड़ेगा। जबकि मंजू सिंहा गंभीर रूप से बीमार हैं और हाल ही में बायलर से इलाज करा कर वापस आई है। वे चलने फिरने के काबिल नहीं है।
बैंक के अन्य ग्राहकों ने बताया कि उक्त महिला प्रबंधक पूरे तानाशाही अंदाज में महिला ग्राहकों के साथ दुर्व्यवहार करती हैं और किसी भी प्रकार के विवाद होने पर ग्राहकों को ही दोषी ठहराते हैं और उनके विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग करतो हैं।
कॉलेज आफ कॉमर्स के सहायक जयप्रकाश भारतवर्ष ने बताया कि बैंक में यह
नियम है कि यदि कोई व्यक्ति चलने फिरने में असमर्थ हो और बैंक नहीं आ सकता तो संबंधित शाखा प्रबंधक द्वारा बैंक के स्टाफ को भेज कर उसके हस्ताक्षर लिया जा सकते हैं या जांच पड़ताल किया जा सकता है। इस बैंक के महिला प्रबंधक द्वारा इस नियम का भी पालन नहीं किया जा रहा है। श्री भरतुआर ने बताया कि बे इस मामले को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक को लिखित रूप से अवगत करा चुके हैं ।उन्होंने तत्काल इस महिला बैंक प्रबंधक के स्थानांतरण की मांग की है।
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